Tuesday, October 4, 2016

आइये देखते हे इन कबर परस्त का बातिल अकीदा

🍼जिस तरह शराब के बोतल मे  दूध का लेबल लगानेसे शराब दूध नही बनता इसतरह कबर परस्त मुशरिक को सुन्नी कहने से सुन्नी मुसलमान नही बनता

👉आइये देखते हे इन कबर परस्त मुशरिक  का बातिल अकीदा

📖कूरान औऱ 📚हदीस की रोशनी  मे

👉सवाल :क्या आप मुरदे को सुना सकते

📖कुरान

अन-नम्ल (An-Naml):80 - तुम मुर्दों को नहीं सुना सकते और न बहरों को अपनी पुकार सुना सकते हो, जबकि वे पीठ देकर फिरे भी जा रहें हो।

👉सोचिए दोस्तो अगर आप बहेरे को नही सुना सकते तो मुरदे को केसे सुना सकते जबकि बहरे को अल्लाह ने सिर्फ एक नेमत छीन लिया या दिया ही नही तो आप उस मूर्दे को केसे सुना सकते हो जिसकी सबमें बड़ी नेमत उसकी रूह हे जिसे अल्लाहने छीन्ली उसकी जिस्म से

👉बाज लॉग कहते हे कब्रस्तान मे जाकर  जो हम सलाम पेश करते हे तो मुरदे सुनते होंगे

📖कूरान

फातिर (Fatir):22 - और ना  जिंदा  और मुर्दा बराबर है। निश्चय ही अल्लाह जिसे चाहता है सुनाता है। तुम उन लोगों को नहीं सुना सकते, जो क़ब्रों में हो।

👉अल्लाह के लीये हर काम आसान हे अल्लाह हर चीज़ पर कादिर हे

📖कूरान

अल-आराफ़ (Al-'A`raf):194 - तुम अल्लाह को छोड़कर जिन्हें पुकारते हो वे तो तुम्हारे ही जैसे बन्दे है, पश  पुकार लो उनको, अगर तुम सच्चे हो, तो उन्हें चाहिए कि वो तुम्हें जवाब  दे!

👉अल्लाह से हटकर या उसके साथ जीन को पुकारते हे ,तो क्या वो किसी चीज़ को पैदा क्या हे या किसी चीज़ का मालिक हे जिस पर अल्लाह की कुदरत हे

📖कूरान

अन-नह्ल (An-Nahl):20"21 - और जिन्हें वे अल्लाह से हटकर पुकारते है वे किसी चीज़ को भी पैदा नहीं करते, बल्कि वे ( खुद ) पैदा किए जाते है
- मुरदे  है, जिनमें रूह नहीं। उन्हें इल्म  नहीं कि वो कब उठाए जाएँगे

📖कूरान

फातीर (Fatir 14)अगर सुनभीले तो फरयाद रसी नही करेंगे बलके कयामत के दीन तुम्हारे इस शिर्क का साफ साफ  इनकार करदेंगे और पूरी ख़बर रखनेवाला अल्लाह की तरह तुम्हे कोई नही  बताएगा

📖कूरान

फातिर (Fatir):13 - वह रात को दिन में दाखिल करता है और दिन को रात में दाखिल  करता हैं। उसने सूर्य और चाँद को काम में लगा रखा है। प्रत्येक एक नियत समय पूरी करने के लिए चल रहा है। वही अल्लाह तुम्हारा रब है। उसी की बादशाही है। उससे हटकर जिनको तुम पुकारते हो वे एक तिनके के भी मालिक नहीं

👉ओर अल्लाह उनलोगों चेल्न्ज करता हे जो अल्लाह के सिवा या अल्लाह के साठ जिनको पुकारते हे

📖कूरान

अल -हज (Al- Haj)73 लोगो एक मिशाल बयान कि जारही हे  ज़रा कान लगाकर सुनो अल्लाह के सिवा जीन जीन को तुम पुकारते हो वोह एक मक्खी भी तो पैदा नही करसकते गोया सारेही एक साथ  जमा हो जाये बलकि अगर मक्खी उनसे कोई चीज़ लेभागे तो येह तो उस्सेभी उस्से छीन नही सकते पुकारने वालाभी लाचार ओर जिसको पुकार राहा हे वोभी लाचार

👉दरगाह मे जो न्याज रखते हे अगर मक्खी उसमें बैठजाये तो किया मक्खी को भगा सकते हे जीन के नाम पर जो न्याज रखते हे नही हरगिज़ नही

👉बातील फिरका कहते हे वली  अंबिया और अल्लाह के नबी मरते नही

📖कूरान

जूमर ( zumar )30:ए नबी (ﷺ)आपको भी मरना हे ओर आपके पीछे जो आनेवाले हे उन्हेभी मरना हे

👉जब अल्लाह रब्बूल इज्जत ने नबी(ﷺ)को मरने की आयत नाजील की जब नबी (ﷺ)को मौत आसक्ति हे
फ़िर वो कौन हे जो मर नही सकते नबी (ﷺ)से अजीज और कोई नही और ना होगा

📖कूरान

अर-रहमान (Ar-Rahman):26,27 हर नफ्स( मख्लूक )जो भी इस (ज़मीन ) पर है, सब फनाह होने वाली है
 - लेकिन तुम्हारे रब की  जात हमेशा  रहनेवाली  है

👉हदीस

नबी (ﷺ) ने फरमया मेरी उम्मत के बदतरीन लोग वो होंगे जो कब्रस्तान को मस्जिद बनाकर उनकी इबादत करेंगे

📚मुसन अहमद हदीस न.3844

👉आज इस काम को बखूबी बातील फीर्का अंजाम देरहा हे

👉बेवक़ूफ़ हे वो लॉग जिंदा रब्बको छोड़कर मुरदे को पुकारते हे

📖कूरान

मोमीन(Momin)65 :वो जिंदा हे जिस के सिवा कोई माबूद नही पश तुम खालिश उसीकी इबादत करते हुये उसे पुकारो तमाम खूबियां अल्लाह ही के लिये है जो तमाम जहाँनौ रब्ब हे

👉हदीस

नबी (ﷺ)ने फरमाया जिसने दूवा मे गैरूल्लह को पुकारा वो जहन्नम मे जायेगा ओर जिसने नही पुकारा वो जन्नत मे जयेगा

📚सही बुखारी हदीस न.4497

☝🏼अल्लाह रब्बूल इज्जत से दूवा हे हमे हक बात कहेने सुनने से ज्यादा अमल करने की तोफीक दे और उम्मते मुसलमानो को शिर्क से पाक रखे

आमीन.........

No comments:

Post a Comment